भजन
-9
मैं सब दा हो के
वेख लया, एक तेरा होना बाकी ऐ,
मैं अपना सब कुछ खो बैठा, हुन आपा खोहना बाकी ऐ,
मैं सब दा हो के .......
1. मैं सब थाह फिर के वेख लया, कोई ना किसे दा साथी ऐ
मैं सबनू मिल के वेख लया एक तेरा मिलना बाकी है
मैं सबदा.......
2. अहंकार
विछोड़ा पा बैठा, तेरे नालों दूरी पा बैठा
मैं बाहरों झुक के हुन अंदरों झुकना बाकी है
मैं सबदा.......
3. हर दर दा मैं
ठुकराया हाँ, हर गम दा मैं सताया हाँ
हुन तेरे दर ते आ बैठा, तेरी रहमत करना बाकी
है मैं सबदा.......
4. हथ जोड़ मैं
तैनू अर्ज करा, मेरी बाह फड़ी तू दातेया
जद जान दा मेला बन आवे, लैन तेरा ओना बाकी है
मैं सबदा.......
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