Tuesday, December 22, 2020

1. अमृत पिलो प्रेमी अमृत

 

भजन -1

 

अमृत पिलो प्रेमी अमृत बरसे गुरु दरबार जी

मानुष जन्म अमोलक हीरा मिले न बारम्बार जी

1.  पहला अमृत इस दुनियां में सत्पुरुषो का दर्शन

सत्पुरुषो के दर्शन से होता उज्ज्वल मन का दर्पण

कलिमल खुल जाता है जय हो, अनुभव खुल जाता है जय हो,

सत्पुरुषो के दर्शन -2, से होता प्रभु का दीदार जी अमृत......

2. दूसरा अमृत इस दुनियां में साधु संत समागम

  संत समागम वहां जहां की नाम की महिमा पावन

  नाम सुख की फुलवाड़ी जय हो, नाम सच खंड की गाड़ी जय हो,

  देते संत दुहाई -2 प्रेमी हो जाये भव पार जी अमृत......

3. तीसरा अमृत इस दुनियां में परमार्थ और सेवा

  सेवा से ही मिलता प्रेमी चार पदारथ मेवा 

  होमैं कट जाती है जय हो, माया हट जाती है जय हो

  सेवा की महिमा का प्रेमी अंत ना पारावार जी अमृत......

4. चौथा अमृत इस दुनियां में सत्पुरुषो की वाणी

  सत्पुरुषो की वाणी सुन कर तर गए लाखों प्राणी

  अन्तर पट खुल जाते है जय हो, सुरती गगन समावे जय हो

  सत्पुरुषो की वाणी -2, खोले भक्ति भरे भण्डार जी अमृत.....

5. पांचवा अमृत इस दुनियां में नित्य आरती पूजा

  नित्य आरती पूजा के कोई सूझे काम न दूजा

  प्रेम से आरती गायें जय हो, तो मन आनंद समावे जय हो

  आरती पूजा खोले -2 बंद ह्रदय के द्वार जी

6. एक वो अमृत सागर मंथन से जो बाहर आए

  एक वो अमृत जिसे चंद्रमा धरती पर बरसाए

  मगर अमृत ये न्यारा जय हो, मिलाये राम प्यारा जय हो

  भर –भर जाम पिलाए -2 दाता आनंदपुर दरबार के अमृत ............

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2. आपका दर्शन पाया ख़ुशी

 

भजन -2

 

आपका दर्शन पाया ख़ुशी से मन हर्षाया

 

ऐसे ही मिलती रहे चरणों की शीतल छाया

 

1. मिले दीदार तुम्हारा, मिले यूँ ही प्यार तुम्हारा -2

आपकी अनुकम्पा से मिले दरबार ये प्यारा -2

झोली भरती है यहाँ हर कोई भरने आया आपका दर्शन...........

 

2. अनगिणत आपने स्वामी किये उपकार है भारी -2

कही न जाए प्रभु जी ऐसी है महिमा तुम्हारी -2

प्रेम में डूब जाए ऐसा अमृत पिलाया आपका दर्शन...........

 

3. श्री दर्शन से खिल गई मेरे इस मन की कलियाँ -2

यहाँ हर कोई झूमे ऐसी है तेरी गलियाँ -2

परमहंसो से यहाँ मैंने है प्यार ये पाया आपका दर्शन...........

 

4. दास हूँ मैं तुम्हारा आप हो प्रभु हमारे -2

जीवन कुर्बान तुझपे, दिलों जान तुझपे वारे -2

शुक्रिया कैसे करे चरणों से अपने लगाया आपका दर्शन...........

 

 

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3. आया है जन्मदिन तुम्हारा

 

भजन -3

 

आया है जन्मदिन तुम्हारा

आ हां खुशियों का है नजारा -2

 

1. मुबारिक -2 जन्मदिन की तुमको

   जन्मदिन तुम्हारा है ख़ुशी हम सबको

   युग -2 जीवे मेरा हारा वाला आ हां............

 

2. माँ ज्ञान देवी नू हो लख -2 वधाईयां

   पिता अर्जुन देव जी नूं हो लख -2 वधाईयां

   बहना नू मिलया है वीर प्यारा आ हां............

 

3. दिन 20 सितम्बर, सुनहरा पीतम्बर

   आज झूम रहे है धरती और अम्बर

   अर्शो से उतरा है ये नजारा आ हां.............

 

 

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4. बड़ा ही प्यारा लगदा

 

भजन -4

 

बड़ा ही प्यारा लगदा है मेरा हारां वाला

हारां वाला कारा वाला

 

1. लम्बा-लम्बा चोला पावे -2

  आनंदपुर नगरी रहंदा है मेरा हारां वाला.................

 

2. मिठियाँ-मिठियाँ गला करदा -2

रोंदे दिलां नूँ हसाँदा है मेरा हारां वाला.................

 

3. सारियाँ संगता दौड़िया आवन -2

होर्न जदो बजान्दा है मेरा हारां वाला.................

 

4. लुक-लुक बैठा करे इशारें -2

महात्मा जी नूँ कोल बुलावे

सबनूँ मस्त बनान्दा है मेरा हारां वाला.................

  

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5. बड़े भागो से नर तन

 

भजन -5

 

बड़े भागो से नर तन पाया सफल इसे कर प्यारे

 

1. पहले कई जन्म यूही गवाँए

  न जाने कितने दुख है उठाँए

  अब किस्मत ने पलटा खाया सफल इसे कर प्यारे ..........

 

2. अपना तेरा काम यही है

  सेवा सत्संग और भक्ति है

  तूने प्यारे प्रभु जी को पाया सफल इसे कर प्यारे.............

 

3. संत जीव को देते चेतावनी

  जाग-2 जाग ऐ भोले प्राणी

  प्रभु मिलने का अवसर पाया सफल इसे कर प्यारे.............

 

4. शुभ संजोग जो तुझको मिला है

  शुभ कर्मो का ही ये तो सिला है

  दास संत शरण अब आया सफल इसे कर प्यारे................

 

 

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6. बैकुण्ठ धाम को धरती

भजन -6

 

बैकुण्ठ धाम को धरती पर उतारा की देख सब निहाल हो गए -2

श्री आनंदपुर बनाया प्यारा प्यारा की देख सब निहाल हो गए -2

 

1.  सच्चा दिया नाम हमें प्यारे सतगुरु ने

किया मालो माल सबको मेरे प्रभु ने

खुले हाथों लुटा रहे है भक्ति के सतगुरु दयाल हों गए..........

 

2. पाँच नियम मेरे प्रभु ने बनाएँ

  गुरुमुख जन सारे श्रद्धा से अपनाएँ

  किया भक्ति से मालों-माल सतगुरु के प्रेमी खुशहाल हो गए.............

 

3. प्रकटें है प्रभु परमहंस रूप में

  प्रेमी देख रूप तेरा खुशियों में झूमें

  तेरे दर्शन का सुंदर ये नज़ारा के देख सब निहाल हो गए...............

 

4. कैसी सुहानी घड़ी कैसा ये दिन है

  प्रभु जी का प्यार पाके झूमें तन मन है

दास चरणों मे वारी-वारी जाये के सतगुरु दयाल हो गए...............

 

5. दास खुशनसीब है जो प्रभु तुम मिले हो

रक्षक हमारे हर जन्म मे बनें हो

युग-युग पाये दाता प्यार तुम्हारा तुम्हीं पर हम बलिहार हो गए.........

 

   

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7. चाँद जैसा कैसे कहूँ चाँद

 

भजन -7

 

चाँद जैसा कैसे कहूँ चाँद से भी प्यारा हारां वाला ओ हारां वाला

 

महिमा मैं कैसे गाँऊ जग से निराला हारां वाला ओ हारां वाला

 

1. गुरु ही ब्रह्मा गुरु ही विष्णु सतगुरु ही है महेश -2

कितने प्यारे कितने सुंदर आनंदपुर के नरेश -2

राजा भी मैं कैसे कहूँ राजाओं का राजा हारां वाला ओ हारां  

वाला...........

 

2. दुनियां की खुशियों से बढ़कर श्री दर्शन एक पल -2

प्यार प्रभु का ऐसा अनोखा जैसे हो सागर का जल -2

सागर भी कैसे कहूँ सागर से गहरा प्यार तेरा ओ हारां वाला............

 

 

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8. द्वारा मेरे सतगुरां दा

 

भजन -8

 

द्वारा मेरे सतगुरां दा तीनां लोका तो न्यारा है

दींन गरीबां दा सच्चा एक सहारा है

 

1. घोर कालि काल अंदर मेरे सतगुरु आये ने -2

  खुशियाँ दे सब साधन ओ ता नाल लै के आये ने -2

  प्रेमी वेख-वेख गुरां नूँ बोलन जय कारा है द्वारा मेरे...........

 

2. नाम ते भक्ति दी रोशनी फैलाई है -2

  हर दिल दे अंदर ऐ गल बिठाई है -2

  जेडा गुरु सेवा करे सचमुच ओही प्यारा है द्वारा मेरे...........

 

3. मीठे-मीठे वचन सुना सब दुखड़े मिटांदे ने -2

  माया विचो कढ कर के नाल चरणां दे लांदे ने -2

  ताईयो सारे लोकी कहंदे ऐ संत बड़ा प्यारा है द्वारा मेरे...........

 

4. सच्चे इस दरबार की, जो भी शरणी आएगा -2

  निश्चय कर लो जी, वो तो भव तर जाएगा -2

  हर एक स्वाँस सफल, ऐ सच्चा द्वारा है द्वारा मेरे...........

 

5. सच्चा ऐ द्वारा गुरां दा, दास कदे वी छोड़ी ना -2

  भावे जग छूट जाये, प्रीत गुरां जी तो तोड़ी ना -2

  इस नाल चमकेगा, तेरा भाग्य सितारा है द्वारा मेरे...........

 

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9. दयाल दाता जी मेरे दयाल

 

भजन -9

 

दयाल दाता जी मेरे दयाल दाता जी

तुसी आपे हो अपनी मिसाल दाता जी

 

1. तेरा मुखड़ा भोला दयाल दाता जी

ऐता बड़ा मन मोहना दयाल दाता जी

तुसी करदे हो सबनूं निहाल दाता जी

 

2. तेरा नीवा –नीवा चोला दयाल दाता जी

ऐता बड़ा  मन मोहना दयाल दाता जी

सोने शीश उते सजदा रुमाल दाता जी

 

  3. तेरा हार बड़ा सोना दयाल दाता जी

    ऐता बड़ा मन – मोहना दयाल दाता जी

तुसी करदे हो सबनूं निहाल दयाल दाता जी

 

  4. तेरी कार बड़ी सोनी दयाल दाता जी

ऐते बड़ी मन- मोहनी दयाल दाता जी

विच बैठी सच्ची सरकार दयाल दाता जी

 

  5. तेरा द्वारा बड़ा सोना दयाल दाता जी

ऐते बड़ा मन मोहना दयाल दाता जी

तुसी चलदे हो हंसा वाली चाल दाता जी

 

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10. दाता जी मैनूँ चरणां दा

 

भजन -10

 

दाता जी मैनूँ चरणां दा रख लो सेवादार

गुरु जी मैनूँ चरना दा रख लो सेवादार

दर तेरे दी मैं करां चाकरी बनके सेवादार

 

1. सेवक बनके कोल खलोंवा

दूर तेरे तो कदे न होवां

दर तेरे दी................

 

2. तरह-2 दे भोग लगावा

फिर मैं तेरे दर्शन पावा

दर तेरे दी................

 

3. एक वार दाते नाल गल हो जावे

हर मुश्किल मेरी हल हो जावे

दर तेरे दी................

 

4. हर पल सतगुरु तैनूँ धयावां

रात दिन तेरे गुण मैं गावां

दर तेरे दी................

 

 

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11. घर आये मेरे सतगुरु

 

भजन -11

 

घर आये मेरे सतगुरु जी प्यास बुझी इन अँखियन की

 

1. तुम मेरे प्रीतम प्यारे हो -2

  तुम मेरी आँखों के तारे हो -2

  हमको को तो चाह तेरे दर्शन की प्यास बुझी………..

 

2. कलियुग के अवतारी हो -2

  राम हो कृष्ण मुरारी हो -2

  तुम से बहारे जीवन की प्यास बुझी………..

 

3. बड़ा एहसान तुम्हारा है -2

  तू ही भगवान हमारा है -2

  जिंदगी ये तुम्हे अर्पण कर दी प्यास बुझी………..

 

4. आपका प्यार जो पा जाये -2

  जीवन सफल बना जाये -2

  अभिलाषा है ये मेरे मन की प्यास बुझी………..

 

5. दास तो तेरा दीवाना है -2

  दिल में तेरा ठिकाना है -2

  कसम से जान तेरे नाम कर दी प्यास बुझी………..

 

 

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