भजन
-27
मैंने सब कुछ पाया है दाता तेरा दर्शन पाना
बाकी है
मेरे घर में कोई कमी नहीं एक तेरा आना बाकी
है
1. जो मेरे घर में आयोगे मेरा घर जन्नत बन जाएगा
तेरी किरपा से मेरे दाता सब का ही मन खिल जाएगा
इज्जत शोहरत तो बहुत है मगर रहमत का खजाना बाकी है
2. प्रेमी तेरे भोले भाले है पर तेरे शुक्र गुजार है
तेरी
किरपा से सबको मिली ये खुशियाँ बेहिसाब है
इज्जत
शोहरत तो बहुत है मगर रहमत का खजाना बाकी है
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