भजन -17
हारा वालया श्याम प्यारेया ओ मेहरा वालेया
रंग अपना चढ़ा -2
दुनिया के रंग सारे दिल से भुला श्याम
प्यारेया...........
1. इस दुनिया के रंग बड़े कच्चे है
तेरी प्रीत के रंग बड़े पक्के है
जो तुझको भाये वो मुझको भाये
अपनी मर्जी में मेरी मर्जी मिला हारा.......
2. इक वारी में बात बन जायेगी
तेरी प्रीत मेरे संग जुड़ जाएगी
अपना प्यार लुटा अपनी मस्ती लुटा
सतगुरु अपनी प्रीत मेरे दिल में बसा हारा...........
3. अज मेरी भी वारी आई है
प्रभु अपनी कृपा लुटाई है
अज रहमत लुटा, अपनी कृपा लुटा-2
इस दासी को सतगुरु अपना बना हारा........
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