Tuesday, December 22, 2020

12. गुरु संग प्रीत लगाई

 

भजन -12

 

गुरु संग प्रीत लगाई तो किस्मत जागी

 

हम तो भरपूर हुए पाके तेरा प्यार ओ साकी गुरु संग........

 

1. बाँधा है प्रेम से मुझको, तोड़ दिए सारे बंधन

गुरु है मेरी सांसे, गुरु है मेरी धड़कन

मुक्त हम हो ही गए पाके तेरा प्यार ओ साकी गुरु संग..........

 

2. प्रेम का प्याला ऐसा, गुरु ने हमको पिलाया

मन मेरा हो गया निर्मल, के कंचन हो गई काया

मैंने तुझे पा ही लिया रहा न कोई सार है बाकी गुरु संग ............

 

3. सामने तुम हो मेरे, और कोई चाह नहीं है

दुनियां माने न माने, कोई परवाह नहीं है

प्यारा मुझे तू ही लगे व्यर्थ संसार है बाकी गुरु संग..........

 

4. प्रेम का धागा ऐसा, गुरु संग हमने बांधा

तेरा मेरा तो नाता, हो गया अब तो साँझा

मुक्त हम हो ही गए पाके तेरा प्यार ओ साकी गुरु संग..........

 

 

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