भजन
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मेरे सतगुरु दे दरबार अमृत बरस रहया -2
हारां वाले दे दरबार अमृत बरस रहया -2
1. गुरु चरणां विच है सुख मिलदा -2
मेहर करे गुरु भाग बदलदा -2
सब
बोलो जय जय कार, अमृत बरस रहया मेरे सतगुरु........
2. प्रीत जिन्हाँ ने इस नाल लायी -2
उसदी हो गई सफल कमाई -2
हुन दिलां दी जोड़ो तार, अमृत बरस रहया मेरे
सतगुरु........
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