भजन
-2
आपका दर्शन पाया ख़ुशी से मन हर्षाया
ऐसे ही मिलती रहे चरणों की शीतल छाया
1.
मिले
दीदार तुम्हारा, मिले यूँ ही प्यार तुम्हारा -2
आपकी अनुकम्पा से मिले दरबार ये प्यारा -2
झोली भरती है यहाँ हर कोई भरने आया आपका
दर्शन...........
2. अनगिणत आपने स्वामी किये उपकार है भारी -2
कही न जाए प्रभु जी ऐसी है महिमा तुम्हारी -2
प्रेम में डूब जाए ऐसा अमृत पिलाया आपका
दर्शन...........
3. श्री दर्शन से खिल गई मेरे इस मन की कलियाँ -2
यहाँ हर कोई झूमे ऐसी है तेरी गलियाँ -2
परमहंसो से यहाँ मैंने है प्यार ये पाया आपका
दर्शन...........
4. दास हूँ मैं तुम्हारा आप हो प्रभु हमारे -2
जीवन कुर्बान तुझपे, दिलों जान तुझपे वारे -2
शुक्रिया कैसे करे चरणों से अपने लगाया आपका
दर्शन...........
****