भजन -84
ओ मेरे हारा वाले मेरी तो
जान है तू
जान भी चीज है क्या मेरा
ईमान है तू
1.
मैं नाचीज बंदा तूने मुझको अपनाया
माया की दल दल से
तूने मुझको बचाया
ज़रा सा ख़ाक था मैं मेरी
पहचान है तू ओ मेरे.................
2.
तुझे पाकर मेरे दाता मैंने बस इतना जाना
है तेरी रहमतों का
बड़ा अनमोल खजाना
तेरे भण्डार भरे है सुखों की
खान है तू ओ मेरे............
3.
कर दिया जीवन अपना मैंने तेरे हवाले
भला हो या बुरा हो
तू अपने आप सम्भाले
मेरे हर एक गम से कहाँ अनजान
है तू ओ मेरे..............
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