Tuesday, December 22, 2020

44. सुंदर मंदिर आलिशान, विराजे

 

भजन -44

 

  सुंदर मंदिर आलिशान, विराजे मेरे गुरु महाराज -2

 

1.  इस मंदिर की शान निराली, विराजे यहाँ दुनियां के वाली -2

दिया सबको आशीर्वाद, सुंदर मंदिर आलिशान.......

 

2. सुंदर सुंदर ये है नज़ारा, श्री सतगुरु जी का दर्शन प्यारा -2

किया भक्ति से मालो माल, सुंदर मंदिर आलिशान......

     

3. देवी देव तेरा दर्शन पाते, रूप बदल कर दर पर आते -2

किया सबको है निहाल, सुंदर मंदिर आलिशान......   

 

4. पाँच नियम सुंदर है बनाए, जो हर गुरुमुख ने अपनाएँ -2

  की है रहमत हम पर अपार, सुंदर मंदिर आलिशान......

 

5. दाता मेरे परोपकारी, सबकी नईयां है सवारी -2

  किया भवसागर से पार, सुंदर मंदिर आलिशान.......

 

6. भक्ति का झंडा लहराया, सारे जगत में है दिखलाया -2

  सबसे ऊँची तेरी शान, सुंदर मंदिर आलिशान......

 

7. दासन दास जाये बलिहारी, श्री सतगुरु जी के चरणों में वारी -2

अर्शों हो रही जय जयकार, सुंदर मंदिर आलिशान......

        

 

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