भजन
-31
मेरे शाम सुन्दर हारां वाले किस जगह तेरा
जलवा नहीं है
1. आँख वालो ने तुझको है देखा
कान वालो ने तुझको सुना है
तेरा दर्शन -2 उसी ने है पाया
के
जिनकी आँखो में पर्दा नहीं है मेरे शाम सुन्दर...........
2. लोग पीते है पी -2 के गिरतें
हम तो पीते है गिरतें नहीं है
हम पीते है अमृत के प्याले
जिनकी मस्ती उतरती नहीं है मेरे शाम
सुन्दर...........
3. नाम लेता हूँ साँझ सवेरें
मेरे काटों चौरासी के फेरें
दुनियां वाले हमें कुछ भी समझे
हमको
दुनियां की परवाह नहीं मेरे शाम सुन्दर...........
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