भजन -59
तेरा नाम है सुख दाता और मंगल कारी है
जन्मों की प्यास बुझे ये सब दुःख तारी है
1.
लाखों
प्राणी नाम से तर गए, नाम की बहुत बढ़ाई है -2
सब संतो वह ग्रंथो ने इस नाम की महिमा गाई है -2
कागा से हंस करे इसमें ताकत ये भारी है तेरा नाम
है..........
2. जो सतगुरु की राहनुमाई में नाम का सिमरन करता है -2
उस सेवक की परछाई से महाकाल भी डरता है -2
उसे कैसा खौफ खतरा जो नाम का पुजारी है तेरा नाम
है..........
3. ऐ दासां तू भज सतगुरु और सफल बना इस नर तन को -2
इसमें भक्ति लाभ कमाले पुण्य कर्म से पाया जो -2
ऐ दासनदास तेरी प्रभु मिलने की बारी है तेरा नाम
है..........
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