भजन -74
गुरु जी तुम्हारे चरणों में आया
पार लगाना दाता पार लगाना
1. शुभ
अवसर ये मिलन का आया
सौभाग्यों
से तेरा दर्शन है पाया
सब
कुछ छोड़ के हुआ मैं दीवाना पार लगाना.......
2. मनमोहिनी
मूरत लगे मुझे प्यारी
तू
है भगवन मेरा मैं तेरा पुजारी
सेवक
स्वामी का नाता पुराना पार लगाना........
3. रहमत
है तेरी जो प्यार तेरा पाया
तू
तो रब मेरा हर रंग में समाया
सब
कुछ छोड़ के हुआ मैं दीवाना पार लगाना.......
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