भजन -69
देना हो तो दीजिए प्रभु जन्म जन्म का साथ
मेरे सिर पर रख दो दाता अपने ये दोनों हाथ
1. झुलस रहे थे गम की धूप में, प्यार की छईयाँ कर दे
तू
बिन पानी के
नाव चले ना, अब पतवार पकड़ ले तू
मेरा रास्ता
रोशन कर दो, छाई अँधियारी रात देना हो……………
2. इस जन्म में सेवा देकर, बहुत बड़ा एहसान किया
तुम राम कृष्ण
हो मेरे, मैंने तुमको पहचान लिया
तुम साथ रहो
जन्मों जन्म, प्रभु सुन लो इतनी बात देना हो……………
3. सुना है मैंने शरणागत को, अपने गले लगाते हो
ऐसा मैंने
क्या माँगा, जो देने में इतराते हो
दुःख में रखो
या सुख में, प्रभु होती रहे मुलाकात देना हो……………
****