Monday, December 14, 2020

101. सच्चे नाम वाली लगन लगा दे

 

भजन-101

 

सच्चे नाम वाली लगन लगा दे

दाता जी ऐहो अर्ज मेरी

 

1.     लगन लगा दे मस्त बना दे

भर -२ नाम के जाम पिला दे

साडी जन्मा दी बिगड़ी बना दे दाता जी ऐहो..........

 

2.     असी निमाने ओगन हारे

आये हाँ प्रभु जी तेरे द्वारे

साडे ओगुना नू दिल तो भुला दे दाता जी..........

 

3.     दुनिया देखी ज़माना देखा

कहीं ना अपना ठिकाना देखा

सानु चरना च अपने जगह दे दाता जी...........

 

4.     दासन दास नू एहो वर दे

प्रेम भक्ति नाल झोली भर दे

साडे सुत्ते होए भाग जगा दे दाता जी

 

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102. गुरु चरणों में जिसका विशवास

 भजन-102

 

गुरु चरणों में जिसका विशवास होगा हर काम उसका पूरण होगा

सच्ची श्रद्धा और भाव शीश जो धरेगा गुरु चरणों...........

 

1.     अंग संग रहकर भक्तों के प्रभु सदा ही साथ निभाते है

देके सहारा चरणों का हर मुश्किल से बचाते है

प्रीत जो गुरु चरणों से करेगा हर काम उसका.............

 

2.     सतगुरु अन्तर्यामी है वो सबके दिलों की जानते है

अपने प्रेमी भक्तों की वो सदा भलाई चाहते है

सतगुरु की आज्ञा में जो भी चलेगा जीवन उसका सुखमय होगा.......

 

3.     दास तू अपनी जीवन नईयां सतगुरु के हवाले कर

चिंतन कर प्रभु नाम का चिंताए सारी ताज कर

सिर तेरे हाथ सतगुरु का होगा निश्चय ही फिर तू भाव पार होगा

गुरु चरणों में............

 

 

103. गाये गुनवाद सतगुरु के, बड़े

 भजन-103

 

गाये गुनवाद सतगुरु के, बड़े उपकार किये हम

 

1.     परमहंसों की हम पे हुई ये कृपा भारी

श्री आनंदपुर नगरी बनाई प्यारी -२

बैकुंठ उतारा धरती पे बड़े उपकार...........

 

2.     दयालु इनसा कोई नहीं और देखा जग में

भरे खुशियों से झोली आये जो इनकी शरण में

भरे भण्डार है इनके गाये गुनवाद........

 

3.     है ये जग तारन हारे, सृष्टि के पालन हारे

करे भक्तों की रक्षा, है हम सबके रखवारे

जाए बलिहार हम इनपर गाये गुनवाद...........

 

4.     प्रभु ने बक्शे हमकों, बड़े उत्तम ये साधन

आरती पूजा सेवा सत्संग सुमिरन दर्शन

है ये आधार जीवन के

 

5.     प्रभु हम दास तुम्हारे तुम्हीं जीवन सहारे

हमारी जीवन नईयां आपके ही हवाले

करोंगे पार तुम्ही भव से गाये गुनवाद..............

 

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104. सफल हुआ जीवन मेरा भागों

 भजन-104

 

सफल हुआ जीवन मेरा भागों से मिला ये द्वार तेरा

 

1.  भक्ति की हमकों दात मिली

आनंद की सौगात मिली

पाया सच्चा प्यार तेरा भागो से मिला.............

 

2.  हुई जो किरपा की जो हम पे नजर

बिगड़ी पल में गई है संवर

मिला जो हमको तेरा आधार भागो से मिला.............

 

3.  देके हमकों सहारा प्रभु

डूबते को है उभारा प्रभु

नाम है तारणहार तेरा भागो से मिला.............

 

 

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105. दाता जी मेरे हमको इक तेरा

 

भजन-105

 

दाता जी मेरे हमको इक तेरा आसरा है

राजी है हम उसी में जिसमे तेरी रजा है

 

1.    श्री आज्ञा में चले हम, ऐसी शक्ति दे दो भगवन

पाए आपकी प्रसन्नता ऐसे कर्म करे हम

प्रभु आपकी ख़ुशी ही, हम सबका ही भला है राजी है.........

 

2.    सेवक के अपने दाता हो, सच्चे तुम हितैषी

करके दया प्रभु जी, चाहते भलाई रूह की

प्रभु आपकी कृपा से दरबार ये मिला है राजी है.......

 

3.    पाँचों नियम निभाकर हम सच्चे खुशियाँ पाए

गुरु आज्ञा में ही चलकर गुरुमुख हम कहलाये

श्री चरणों में तुम्हारे श्रद्धा से सिर झुका है राजी............

 

 

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106. युग -२ राज करों करते दुआ

 

भजन -106

 

युग -२ राज करों करते दुआ दातेया

देंदे रहों प्यारे दर्शन एहो फरियाद दातेया

शुभ राज तिलक आया मिल खुशियाँ मनाओ जी

रल मिल आओं प्रेमियों सब मंगल गाओ जी

 

1.   तुसी अर्शा तो आये हो डेरे फरशा ते लाये ने

किती रहमत ते किरपा सोने दर्शन दिखाए ने

करों दाता एक और किरपा डेरे दिल विच लाओ जी युग -२

 

2.   रहे दिल विच आस मेरे तेरा ही ध्यान धरे

ओ बन के पुजारी रवां, तू मेरा भगवान रहे

बैठो दिल वाले आसन ते सोने दर्श दिखाओ जी युग----

 

3.   श्री सेहत मुबारक रवे होर कुछ वी न मंगदे हाँ

तेरे चरना च प्यार रवे, बस इतना ही वर देना

दास दी तमन्ना ऐनी सानु चरना तो लाओ जी शुभ.........

 

4.   तेरा सोना रूप दाता जी मेरी अखियाँ च वस जाए

देखां मैं जिधर दाता बस तू ही नजर आये

दास दी तमन्ना ऐनी सानु चरना तो लाओ जी शुभ.........

 

 

 

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107. पल पल तैनू याद करां मेरे सतगुरु

 भजन-107

 

पल पल तैनू याद करां मेरे सतगुरु

दुःख वेले सुख वेले कदे ना भुला तैनू

 

1.  जेड़ा वेला आवे दाता हस के गुजारा

हर पल दाता तेरा शुक्र गुजारा

होवे ना दूर, होवा ना दूर तैथो एक पल वी दूर मेरे सतगुरु दुःख वेले...................

 

2.  तेरे बिना दाता मेरा जग विच होर ना

तेरे चरना विच दाता मिल जावे ठोर हाँ

तेरे चरना विच, तेरे चरना विच उम्र गुजारा मेरे सतगुरु दुःख वेले...................

 

3.  दासा ते रखना नजर मेहर दी

युग -2 जीवों दाता ऐहो वर मंगदी

अटल रवे अटल रहे  दाता राज तेरा मेरे सतगुरु दुःख वेले...................

 

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108. प्रभु जी तेरे प्यार का सहारा जो मिला

भजन-108

प्रभु जी तेरे प्यार का सहारा जो मिला

जैसे बंजर जमीन पर गुलाब है खिला

 

1.  रूहों के मालिक विराजे आन के

दिल की जानन हारे है खूब जानते

प्यार ऐसा सतगुरु तुम्हारा जो मिला जैसे..........

 

2.  सतगुरु के चरणों में जन्नत मेरी

रूहानी दात पाने की सुहानी ये घड़ी

दीदार मेरे सतगुरु तुम्हारा जो मिला जैसे...........

 

3.  वचनों की कर दी रूहानी बरसात

बड़ी भाग से पाया साथ महाराज

द्वार ऐसा सतगुरु तुम्हारा जो मिला जैसे ...............

 

4.  दर्शनो की कितनी सुहानी है ये दात

दास पे लुटाते रहों प्यारी नूरी दात

नाम रूपी दात का सहारा जो मिला जैसे..........

 

 

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109. सोना सोना रूप है तेरा रहमत

 

भजन-109

 

सोना सोना रूप है तेरा रहमत बेमिसाल

प्यार तुम्हारा देख के भगवन हम सब हुए निहाल

रहमत तेरी बरसे हम पर, और तुम्हारा साथ है

वाह वाह क्या बात है सतगुरु जी साथ है

 

1.  रूप तुम्हारा देख के भगवन चाँद सितारे है शरमाये

सतगुरु जी मिलने देखो सभी देवता है आये

सभी देवता तुझ पर करते फूलों की बरसात है वाह वाह.................

 

2.  कितनी सुंदर कितनी प्यारी तेरी छवि ये लगती है

धरती की सारी उपमा, तेरे आगे फीकी लगती है

साथ हमारे है जब सतगुरु चिंता की क्या बात है वाह वाह.................

 

3.  सतगुरु देव का दर्शन करने आये भक्त हजार है

लुटा रहे वो रहमत सब पर महिमा अपरमपार

जितना चाहो उतना मांगो सतगुरु जी जब साथ है वाह वाह.................

 

 

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110. दे दो प्रभु अपना प्यार , हम

 

भजन-110

 

दे दो प्रभु अपना प्यार , हम आये तेरे द्वार

यही फरियाद करते है , प्रभु तुम्हे याद करते है

दे दो प्रभु अपना......................

 

1.  सागर में सागर की लहरे, जब मिल जाती है

प्यासी आत्मा मिलकर तुमसे चैन पाती है

करता हूँ प्रेम पुकार, हम आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................

 

2.  स्वाति बूंद को तरसे पपीहा, दर्शन को मेरे नैन

तेरे मिले बिन ऐसे तड़पू मैं भी दिन और रैन

दे दो चरणों का प्यार, हम आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................

 

3.  चाँद और तारों का संगम सदियों पुराना है

परवाना भी जलती शमा का होता दीवाना है

ऐसे ही जोड़ दो तार, हम आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................

 

4.  आत्मा और परमात्मा का मेल निराला है

देवतों का सतगुरु से रिश्ता आला है

मीलों जन्म जन्म दातार हम आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................

111.हो जाए मेरे विनती फरमान

 भजन-111

 

हो जाए मेरे विनती फरमान तेरे दर ते

ऐ जन्म कर दिया है कुरबान तेरे दर पे

 

1.  मैं नैया तू किश्ती मेरी मेरा किनारा तू

मैनू डर नहीं तूफाना दा मेरा सहारा तू

मैं सुनया ऐ थम जांदे ने तूफ़ान तेरे दर ते ऐ जन्म कर दिया है...........

 

2.  ताइयों ता मैं मुड़ -2 के तेरे दर ते आनी आ

रगड़े के मत्थे दियां लिका मिटांदी हाँ

कई मुद्ता तक रह जांदे ने निशा तेरे दर ते ऐ जन्म कर दिया है..............

 

3.  पापी हाँ गुनहेगार हाँ, अनजान तेरे दर ते

जैसी वी हाँ दाता, संतान तेरे दर ते

मैं आई हाँ भुला बक्शान तेरे दर ते ऐ जन्म कर दिया है...........

 

4.  मैं सुनया तेरे दर ते किस्मत संवर दी है

तू जिस रंग दे विच रखी तेरी ही मर्जी है

मैं आई हाँ किस्मत बनान तेरे दर ते ऐ जन्म कर दिया है

 

 

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112. मैं त गुरां नू अपना रब मनया

 

भजन-112

 

मैं त गुरां नू अपना रब मनया

रब मनया सब कुछ मनया

 

1.  जदों किरपा गुरां दी हुन्दी हे

रूह जा अम्बरां नू छुन्दी

मन पिंग दे हुलारे हो ओ हो खोन लगया मैं ता...........

 

2.  जिस बन्दे ते मेहर करे दाता

ओंदा फट जांदा है सारा खाता

ओदा धुर तक जिम्मेवार बनया मैं ता...........

 

3.  श्री चरना च तीर्थ समाये ने

ब्रह्मा विष्णु दे दर्शन पाए ने

भोले शंकर भी डमरू बजों न लगया मैं ता...........

 

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