भजन-151
वाह-वाह,कया
समाँ,दिलबर, जों
आज आया हैं-२,
प्यारें
सतगुरु का दर्शन,जों पाया
हैं-२,
वाह-वाह,कया
समाँ,दिलबर, जों
आज आया हैं-२,
ऐसें
सतगुरु का दर्शन,जों पाया
हैं-२, वाह-वाह,कया
समाँ,दिलबर, जों
आज आया हैं-२,
1.
आज दिन ये बड़ा,भागों
वाला हैं-२,
किया दर्शन प्रभु का,निराला
हैं-२,
कैसा मौसम-२,सुहाना
ये,आया हैं-२, वाह-वाह.......
2.
आज सन्तों की महफिल, जों
सज रही हैं-२,
आज भक्ति की गंगा, जों
बह रही हैं-२,
किस्मतवालों नें-२,गोता
लगाया हैं-२, वाह-वाह.......
3.
आज कुटिया पर,सतगुरुजी
आये है-२,
संग बहारें और,खुशियाँ
भी लायें हैं-२,
नूरीं जलवा-२,जों
हमकों दिखाया हैं-२, वाह-वाह.........
4.
प्रेमी ऐसी घड़ी,क्या
मैं उपमा कहूँ-२,
प्यारें सतगुरु की रहमतं कों,कैसें
कहूँ-२,
मेरा जीवन-२,इन्होंने
बनाया हैं-२, वाह-वाह..........
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