भजन-110
दे दो प्रभु अपना प्यार , हम आये तेरे द्वार
यही फरियाद करते है , प्रभु तुम्हे याद करते है
दे दो प्रभु अपना......................
1.
सागर में सागर की लहरे,
जब मिल जाती है
प्यासी आत्मा मिलकर तुमसे
चैन पाती है
करता हूँ प्रेम पुकार,
हम आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................
2.
स्वाति बूंद को तरसे पपीहा,
दर्शन को मेरे नैन
तेरे मिले बिन ऐसे तड़पू
मैं भी दिन और रैन
दे दो चरणों का प्यार, हम
आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................
3.
चाँद और तारों का संगम
सदियों पुराना है
परवाना भी जलती शमा का
होता दीवाना है
ऐसे ही जोड़ दो तार, हम
आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................
4.
आत्मा और परमात्मा का
मेल निराला है
देवतों का सतगुरु से रिश्ता
आला है
मीलों जन्म जन्म दातार हम
आये तेरे द्वार यही फरियाद ..................