भजन-135
तेरा
प्यार बड़ा अनमोल मेरे सतगुरु जी
मीठ्ठे
लगदे ने तेरे बोल मेरे सतगुरु जी
1.
हम सब तेरे नन्हें बालक
तुम हो सारे जग के पालक
तेरी दृष्टि रहे मेरी ओर मेरे सतगुरु
जी...........
2.
गर ना मैं तेरे दर पर आती
नाम खज़ाना कैसे पाती
तेरी रहमत का नहीं कोई मोल मेरे सतगुरु
जी.........
3.
हर पल तेरा शुकर गुज़ारूं
इन नैनों से तुम्हें निहारूँ
तेरी दासी की नहीं कोई ठौर मेरे सतगुरु
जी............
4.
माँ जैसा तूने प्यार दिया है
पिता के जैसा दुलार दिया है
तेरे जैसा ना कोई और मेरे सतगुरु जी.............
5.
प्यार में तेरे ऐसा है जादू
दिल पे ना मेरे रहता है काबू
तू ही दिखता है चारों ओर मेरे सतगुरु
जी................
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