भजन-150
ओ -रे
हारा वाले तेरे दर पे रौनक होरी से
इसलिए
तो दर्शन करने आई दर ते संगत स
1.
नया नया पीताम्बर देने सतगुरु जी को
आया मैं
पहन के जब मेरे सतगुरु निकले चम चम हो
रही स..........
2.
हलवे का भोग बना के दौड़ा -२ आया
जब मेरे सतगुरु भोग लगाया जय जय जय जय
होरी स..........
3.
कार सवारी लगे प्यारी संगत पीछे -२ स
धीरे -२ कार चलाइयों धक्कम -धक्का होरी
स...............
4.
दर्शन हाल में सतगुरु आये प्यारे दर्श दीखाने
को
जब मेरे सतगुरु दर्श दिखाया जय जय जय
जय होरी स..........
5.
दूर -२ से संगत आई प्यारे दर्शन पाने
को
कहा छुपा मेरा हारा वाला ढूढत होरी
स....................
*****