भजन-157
निज
भक्तों की सुन कर पुकार
छोड़
आये निजधाम करुणाधार
जन्म
दिन मुबारक हो मेरे सतगुरु
1.
जग में नहीं कोई ऐसा, रूप बना है
निराला
आज तेरे प्यारे नूर से , सारे संसार
में छाया उजाला
खुशियों में गाये संसार जन्मदिन मुबारक
हो....................
2.
देवी देव सब आये, देख सुंदर नज़ारे
तुम्हारे
युग युग रहो तुम सलामत , कर रहे दुआ प्रेमी
ये सारे
प्रीतम मिला खुशियाँ मिली, जन्मदिन
मुबारक हो....................
3.
जिसने प्रभु आज आके, प्यारा दीदार तेरा
है पाया
बिगड़ी बनी आज उसकी , जिसने अपने प्रभु
को रिझाया
दास ये कर्म कमाया है जन्मदिन मुबारक हो....................
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