भजन-102
गुरु चरणों
में जिसका विशवास होगा हर काम उसका पूरण होगा
सच्ची
श्रद्धा और भाव शीश जो धरेगा गुरु चरणों...........
1. अंग संग रहकर भक्तों के
प्रभु सदा ही साथ निभाते है
देके सहारा चरणों का हर मुश्किल से
बचाते है
प्रीत जो गुरु चरणों से करेगा हर काम उसका.............
2. सतगुरु अन्तर्यामी है वो
सबके दिलों की जानते है
अपने प्रेमी भक्तों की वो सदा भलाई
चाहते है
सतगुरु की आज्ञा में जो भी चलेगा जीवन उसका सुखमय होगा.......
3. दास तू अपनी जीवन नईयां
सतगुरु के हवाले कर
चिंतन कर प्रभु नाम का चिंताए सारी
ताज कर
सिर तेरे हाथ सतगुरु का होगा निश्चय
ही फिर तू भाव पार होगा
गुरु चरणों में............