Monday, December 14, 2020

148. सहारा दो मेरे सतगुरु सहारे की

 

भजन-148

 

सहारा दो मेरे सतगुरु सहारे की ज़रूरत है -२

मेरी तूफा़ में है कशती किनारे की ज़रूरत है -२

सहारा दो मेरे सतगुरु सहारे की ज़रूरत है -२

 

1.  तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा मेरी तकदीर संवरेगी -२

तुम्हारी इक नज़र भर के नज़ारे की ज़रूरत है -२

 

2.  मुझे ना जग से है मतलब ना दुनिया के सामानों से-२

मुझे तेरी ये रहमत के ईशारे की ज़रूरत है -२

 

3.  बड़ा ही सोचकर दाता ये अब मैं सोच पाया हूँ -२

कसम ज़िन्दगी में जीने की तुम्हारी ही ज़रूरत है -२

 

 

******