Wednesday, December 23, 2020

1. सोवत जागत उठत बैठत

 

भजन -1

 

सोवत जागत उठत बैठत दिल में बसता गुरु प्यारा

सब जग का तारण हारां सोवत जगत..........

 

1. सतगुरु साँचा मीत हमारा, बिन सतगुरु नहीं कोई

    गुरु बिन और जो मन में धारे, ऐसा और न कोई

    आत्म हम परमात्म सतगुरु, यह सिद्धांत विचारा है

    गुरु बिन और ना आधारां सोवत जागत...............

 

2. जिस साहिब को सब जग ढूंढे, सो साहिब नहीं दूरी

    सो घट भीतर सदा हमारे, हम साहिब के हुजूरी

    कोई जाने न जाने साहिब, सतगुरु देव हमारा है

   जो है प्राणों से प्यारा सोवत जागत...............

 

3. सुमिरन ध्यान और पूजन सेवन, एक सतगुरु का करना

    बिन सतगुरु के गुरुमुख को कुछ, और न मन में धरना

    यही योग है यही ज्ञान है, यही सार का सारा है

    विद्या और पसारा है सोवत जागत..............

 

4. सतगुरु से जब नेह लगाया, और आस न कीजे

    तन, मन धन सतगुरु चरणों में, सदके दासां कीजे

    सतगुरु रीझे सेवक भीजे, प्रेम के रंग अपारा है

    पंथ ये जग से न्यारा है सोवत जागत...............

 

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2. तेरे नाम से ही मिला है

 

भजन -2

 

तेरे नाम से ही  मिला है जीने का सहारा प्रभु ओ .......

प्यार बहुत करते है तुमसे दूर होना ना हम से प्रभु ओ.........

लागी छूटे न लागी छूटे न भक्ति का बंधन टूटे ना.................

1.  आँखों में प्रभु आपकी सूरत बसती है,

स्वासों की माला नाम का सुमिरन करती है

हृदय में प्रभु ऐसे आप समाये हो

जैसे फूल में खुशबू हरसुं बसती है

चरणों मे, चरणों में बीते ये जीवन करना ऐसी ही किरपा प्रभु..........

2. भक्ति की हम लगन में ऐसे खो जायें

पांचों नियम निभाएँ आपको पा जायें

लाँखों रुकावट चाहे पथ में आ जायें

विश्वास अटल रहे उसको न भुला पायें

चरणों मे, चरणों में बीते ये जीवन करना ऐसी ही किरपा प्रभु...........

3. गम के आँसू हो या खुशी की लहरें हों

समय रहे कैसा भी आप हमारे हों

परम पिता परमेश्वर प्राण प्यारे हों

भक्तों के प्रभु आप ही रखवाले हो

चरणों मे, चरणों में बीते ये जीवन करना ऐसी ही किरपा प्रभु..........

4. इस कलयुग में आप धरा पर आये हो

भक्ति का अमृत चहूँ और बरसाए हो

युगों युगों तक रोशन ज्योति ईलाही रहें

प्यारे सुंदर दर्शन आप के पाते रहे

चरणों मे, चरणों में बीते ये जीवन करना ऐसी ही किरपा प्रभु........

 

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3. श्री चरणों में हाल–ए–दिल

 

भजन -3

 

श्री चरणों में हाल–ए–दिल है अर्ज किया

नाम सुमिरन से हमको है चैन मिला

नाम नाम नाम बस नाम की कमाई करें

 

1. खुशियाँ मिलती है चरणों में तेरे आके प्रभु

सुकून मिलता है रूहो को दर्श पाके प्रभु

तू ही जाने हम तो कुछ नहीं जाने है

हम तो केवल प्रभु जी आपके दीवाने है नाम नाम ..........

 

2. आरती, पूजा, सेवा, सत्संग, सुमिरन, दर्शन

जिनको करने से होता है ये मन निर्मल

पूरा करने की हमको प्रभु शक्ति दो

पा जायें आपको प्रभु वर जी ऐसी भक्ति दो नाम नाम.....................

 

3. नाम के जाप से कटते हैं सारे मायाजाल

नाम की रट से मिलता है मुक्ति का द्वार

पूरा करने की हमको प्रभु शक्ति दो

पा जायें आपको प्रभु वर जी ऐसी भक्ति दो नाम नाम.....................

 

 

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4. छवि है प्यारी रूप सलोना

 

भजन -4

 

छवि है प्यारी रूप सलोना मनमोहक है नजारां

ऐसा सतगुरु मेरा हाँ ऐसा सतगुरु मेरा

 

1. मुस्कान प्रभु की प्यारी है दिलों को शीतल करती

दो प्यारे- प्यारे नैना दिल सबका है मोह लेते

तो बोलो वारी जाये अपने प्रभु पावन रूप निराला ऐसा.............

 

2. मेरे गुरां दी शान निराली ऐतां सब जग दा है वाली

तेरे नाल लगन है लगी तेरी प्रीत है सब तो वखरी

जय हो मेरे सतगुरु प्यारे की

 

3. जब वचन प्रभु फरमाये सुरती एकाग्र हो जाये

अमृत रस वचनों में घोले मोह जाल से हमें बचायें

तो बोलो वारी जायें अपने प्रभु पावन रूप निराला ऐसा.............

 

4. दर्शन करके आये हम मस्ताने जी

दिल विच खुशियों दे है अजब नजारें जी

 

 

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5. करो सत्कार संता दा

 

भजन -5

 

करो सत्कार संता दा जेड़ा दुःख दूर करदा है

जो खाली झोली लै आवे ओदी भरपूर करदा है

 

1. जिनां सतगुरु मनाया है, ओदा रब रूस नहीं सकदा

जो है मंजूर सतगुरु नूँ, ओ रब मंजूर करदा है

करो............

 

2. सिधक वालों जरुरी नहीं कि हर एक मांग होवे पूरी

जो है सुखदायी गुरुमुख लई ओं पूरी जरुर करदा है

करो...............

 

3. खोटे सिक्के वी चल जाँदे तेरे दरबार ते आकें

नजर मेहरां दी जद पावे ओ नूरों नूर करदा है

करो.........

 

4. दुखां नूँ आन नहीं देंदा सुखां नूँ जान नहीं देंदा

मगर सेवक दे हर कारज ऐ पूरे हुजुर करदा है करो..........

 

 

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6. जब से दाता मैंने तेरा

 

भजन -6

 

जब से दाता मैंने तेरा नाम लिया है धीरे -2 मेरा हर काम हुआ है

 

1. जिन्दगी में मैंने बड़े दुःख उठाये है

अब आपकी हम शरण में आये है

    मिट गई तकलीफ अब आराम हुआ है धीरे-2

 

2. तेरे बिना दाता मेरा कोई नहीं

तेरे दर बिना, कोई ठोर नहीं

मेरी हर ख़ुशी का इंतजाम किया है धीरे........

 

3. कौन करे इतना किसी के लिये

जितना तूने कर दिया मेरे लिये

मिट गई तकलीफ अब आराम हुआ है धीरे-2

 

4. ये तो बड़ा सच्चा सौदा है रे मेरा

नाम ले लेने से बन जाते सारे काम

मैंने भी तो शाम तेरा नाम लिया है धीरे-2

 

 

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7. छोड़ दे बेडी राम सहारे

 

भजन -7

 

छोड़ दे बेडी राम सहारे

लग जायेगी आप किनारे

 

1. चिंता न कर चिंता न कर तू

अपने प्रभु का सिमरन कर तू

काहे तू सोचे काहे विचारे छोड़......

 

2. तू उस पर विश्वास किये जा

वो तेरी पूरी आस करेगा

वो तेरे बिगड़े काज सवारें छोड़..........

 

3. जो कोई इसके द्वार पे आता

बिन मंगया सब कुछ पा जाता

सतगुरु जी के भरे भण्डारे छोड़.........

 

4. वो राजी तो सब जग राजी

छोड़ दे बन्दया उस पर बाजी

चाहे तू जीते चाहे तू हारे.......

 

 

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8. जीवन दा रथ तुसा चलाना

 

भजन -8

 

जीवन दा रथ तुसा चलाना असां ते केवल बैना है

हुक्म होवे मेरे सतगुरु जी दा, सिर मत्थे ते लैना है

 

1. तू है रहमत दा भण्डारी तुसी दया दी खान हो -2

मैं अर्जुन होवा न होवां तुसी कृष्ण भगवान हो -2

श्री चरणां विच उठा बैठा असां तां ए वर लैना है जीवन दा...........

 

2. जिस ते तेरी दया हो जावे उसनू माया सतावे क्यों -2

नाम तेरे दा जो सुमिरन करदा दुःख नेड़े ओदे आवे क्यों -2

श्री चरणां विच पक्कयां होकर जन्म सफल कर लेना है जीवन दा........

 

3. सारे कारज आप है करदा साडा ते बस हुंदा है नाम -2

अड़ जावे जित्थे भक्त दी बेड़ी, दौड़ के पहुँचदां है उस थां -2

युग-युग तो ऐ राखा सबदा अगे वी इसने रहना है जीवन दा...........

 

4. सब कुछ इसदे हाथ फड़ा के अर्जुन बन के देखो जी -2

इस विच घाटा मूल न पैंदा सौप के तन-मन देखो जी -2

ऐ रखवाला जिस बन्दे दा फिर उसदा की कहना है जीवन दा...........

 

 

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9. विनती है प्रभु आप मेरी

 

भजन -9

 

विनती है प्रभु आप मेरी मान लीजिये

भक्ति का मुझे अपनी प्रभु दान दीजिये

 

1. दुनियां की किसी चीज की मुझको नहीं है चाह

तेरी जुस्तजूं हो दिल में सदा अहसान कीजिये

विनती है .........

 

2. सोया रहूँ मैं रात दिन तेरे ही प्यार में

चरणों की ख़ाक बन के रहूँ वरदान दीजिये विनती.....

 

3. तेरी बंदगी हो काम मेरा और लब पे नाम हो

तुझसे रहूँ ना दूर मैं, मुझे थाम लीजिये विनती.........

 

4. आता रहूँ मैं आपकी महफिल में बार-2

प्रेमी तेरा हूँ दूर से पहचान लीजिये विनती...........

 

 

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10. दूर से आये है तेरे दरबार

 

भजन -10

 

दूर से आये है तेरे दरबार में लो बिठालो हमें प्यार की छाँव में

 

1. तेरे दर्शन को आये है प्रेमी सभी -2

जाने क्या है कशिश तेरे दीदार में लो बिठालो

 

2. खाली दामन है मेरा तेरे सामने -2

क्या कमी है प्रभु तेरे भण्डार में लो..........

 

3. जिसने देखा वो एक बार तेरा हुआ -2

जाने क्या है कशिश तेरे दीदार में लो..........

 

4. आपकी बंदगी में है हाजिर सभी -2

क्या कुबूल किया सजदा सरकार ने लो.......

 

 

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