भजन
-30
किवें मुखड़े तो नजरां हटावां अजे दिल रजेया नई
दिल करे दाता तैनूँ तकी जावा अजे दिल रजेया नई
1. दिसदा ऐ रब सच्चा जदों तैनूँ वेखिये
दिल ठण्ड पैंदी दाता जदों मत्था टेकिये
पल
पल तेरा शुक्र मनावां अजे दिल.........
2. वखरा है रूप तेरा वख तेरी शान वे
दिल साडा सदके वे जींद कुरबान वे
वे
मैं वारी -2 बलिहारी जावा अजे दिल..........
3. छड के भरोसे सारे इसी उम्मीद लई
दुनियां तो मुख मोड़ा एक तेरी दीद लई
किवे जन्मां दी प्यास बुझावां अजे दिल..........
4. अखियाँ ऐ तक-तक डुल डुल पैन्दियाँ
वक्त
ऐ रुक जावे दातया ऐ कैन्दिया
खुद वेखां नाल
सबनूँ वेखावां अजे दिल.........
****