भजन
-20
उड़ -2 कावां आनंदपुर नू जाई वे
जाके मेरा संदेया दे आई वे मेरा दिल नईयों
लगदा
1. तेरियां उडिका विच रोन पईयां अखियाँ
तक -2 राह तेरा थक गईयां अखियाँ
केड़ी गल होया दूर, साडा होया की कसूर साडे बिछड़े मेल कराई वे..........
2. कुट -2 चुरियां मैं मिसरी मिलावांगी
अखां नाल चूम के ते सीने नाल लावांगी
राह तक दी तेरा, सतगुरु आये आये आये -2
मेरे प्रीतम दा मेल कराई वे मेरा...........
****