भजन-100
विनय यही है श्री चरनन में ध्यान तुम्हारा बना रहे
भक्ति भाव रहे दिल में मेरे प्यार तुम्ही से बना रहे
1. सेवा
में लगे तन ये मेरा, मन हर दम चरनार
स्वांसों
के हर एक मनके पर मधुर नाम झंकार रहे
रोम रोम मेरे प्रेम तेरे से सना
रहे ध्यान तुम्हारा...........
2. मस्त
रहूँ तेरे ध्यान में हर दम ऐसा दे दो जाम प्रभु
एक पल भी
जो स्वांस न भूले ऐसा दे दो नाम प्रभु
खुश
किस्मत से पाया तुझको जन्म जन्म ये साथ रहे
ध्यान तुम्हारा......
3. पूर्ण
सतगुरु देव स्वामी मेरे दिल के हो आधार
त्रिलोकी
में तुझ से बढ़ कर और नहीं मुझको दरकार
दासन दास की यही तमन्ना साया तेरा
बना रहे ध्यान तुम्हारा........
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