भजन -88
श्री वचनों
पे प्रभु के चल कर, भक्ति की राह पर बी बढ़ते जाए
1. स्वांसों की माला में चले,
बस प्रभु नाम के धुन की
गुरु देव के चरणों से ही, तार जुड़ी हो सुरति की
आँखों में ध्यान सदा गुरु का बसाए भक्ति की
राह...........
2. दोनों समय श्री आरती पूजा,
श्रद्धा प्रेम से गाये हम
सेवा करे निष्काम भाव से, कभी ना
थकने पाए हम
गुरु देव की प्रसन्नता को पाए भक्ति
की राह...........
3.
दास की यही अरदास यही बस, प्रभु जी आपके चरणों में
अपनी कृपा का हाथ सदा ही रखना प्रभु
मेरे सिर पे
सेवा करते -२ हम दुनिया से जाए भक्ति
की राह...........
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