भजन
-16
खुशियों भरा दरबार है मिलता सभी को यहाँ
प्यार है
1. द्वार पे इसके जो भी आएगा
मांगी मुरादे वो पाएगा
रहता यहाँ खुला भण्डार है मिलता........
2. सतगुरु मेरे बड़े दयालु है
साड़ी दुनिया से ही निराले है
सतगुरु का सच्चा दरबार है मिलता........
3. महिमा सतगुरु की जो भी गाएगा
रहमत सतगुरु की वो पाएगा
देते प्रभु नाम का आधार है मिलता........
4. सुनते प्रभु भक्तों की पुकार है
शक्ति गुरु की अपरमपार है
निराली उसकी हर बात है मिलता........
5. दासी तेरे दर्शन की प्यासी है
नैना में छा रही उदासी है
हर
घड़ी तेरा इन्तजार है मिलता
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