भजन
-39
जब से हमने पाया है आपका दीदार हमतों दीवाने
हुए -2
छोड़ी है दुनियां न छोड़े तेरा द्वार हमतों
दीवाने हुए -2
1. रूप तेरा ऐसा सहा भी न जाये -2
कैसे कहूँ कुछ भी कहा भी ना जाये -2
आज्ञा जो दो तो नज़र लूँ उतार हमतो दीवाने..............
2. द्वार तेरा ऐसा के जैसे हो जन्नत -2
तुझपे
लुटा दूं जमाने की दौलत -2
ये तन भी ये मन भी आप पे निसार हमतो दीवाने..............
3. याद तेरी आए तड़पता है ये मन -2
उड़
के चला आऊँ और पाऊँ तेरा दर्शन -2
पंख
लगा दो हमें भी दो चार हमतो दीवाने..............
4. ये तेरी ही रहमत ये तेरा ही साया -2
तुमने
मुझे अपने चरणों से लगाया -2
दासन
दास जाये आप पे बलिहार हमतो दीवाने..............
5. चरणों में तेरे मैं सर अपना रख दूँ
फिर भी कम हो तो धड़ अपना लिख दूँ
अगर
फिर भी कम हो तो कर लो उधार हम तो दीवाने...........
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