भजन -50
मुझे अपने चरणों की प्रीती सदा ही देना
के हर दम नाम जपे ऐसी कृपा कर देना
1. प्रीत
गुरु चरणों से जिसने लगाई
भक्ति
की दात उसने झोली में पाई
अपनी
भक्ति से -2 भरपूर मुझे कर देना मुझे अपने........
2. तुम
संग जुड़ी रहे प्रीत की ये डोर
तेरी
ही आस होवे तेरी ही ओट
के
गुण तेरे गाता रहूँ -2 वरदान यही बस देना मुझे अपने........
3. श्री
चरणों में है जन्नत हमारी
हर
दम दिल में है चाहत तुम्हारी
छवि
ये नूरानी -2
मेरी
है जिंदगानी मुझे अपना बना लेना मुझे अपने...........
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