Tuesday, December 22, 2020

23. खुशियाँ ही खुशियाँ मिल

 

भजन -23

 

खुशियाँ ही खुशियाँ मिल गयी शुभ दिन आज आया है

सतगुरु जी ने कृपा कर मैनू अपना बनाया है

गुरा दी रहमत तो सदके गुरां दी उलफत को सदके

 

1. रुलदी रहन्दी सी मैं जग विच किसे न साथ निभाया

   बाह पकड़ के सतगुरु मैनू चरणा दे नाल लाया है

   गुरा नजर फिराई जय -2 हो-2

   ऐसी घुटी पिलाई जय -2 हो -2

   मेरी निमाणी जिंदगी दा गुरां मुल आज पाया है सतगुरु जी ने कृपा.........

 

2. न मैं मीरा ना मैं भीलनी मेरी कोई जात नहीं

  सतगुरु पारस मिले ते मैनू मिल गई औकात मेरी

  मेरी किस्मत खुल गई जय –जय हो -2

  मेरी लोटरी लग गई जय जय हो- 2

  कंडेया तो सतगुरु ने मैनू फूल बनाया है सतगुरु जी ने कृपा.........

 

3. कई जन्मा दी आस मेरी अज रंग अनोखा लाई है

   ऐसे ऊँचे सतगुरु मिले जिन्हा नीवयां नाल निभाई है

   मैं वारी जावां जय जय हो -2

   बलहारी जावां जय जय हो -2

   शुभ कर्मा दे नाल गुरु परमेश्वर पाया है -2 सतगुरु जी ने कृपा

 

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