भजन -64
तुम तो यहीं कहीं सतगुरु मेरे आस पास हो
आते नजर नहीं मेरे साथ-साथ हो
1.
हमको
तो ये यकीन है मेरे साथ चल रहे है -2
तेरी दया से दाता हम सब भी पल रहे है -2
बन के प्रकाश चंद्रमा करते प्रकाश हो आते
नजर...........
2. शीतल पवन के झोकें अहसास ये कराये -2
संग-संग हो तुम हमारे महसूस ये कराये -2
हर दिल में दाता आप ही करते निवास हो आते
नजर...........
3. आती है दाता तुमसे साकार आशनायेँ -2
रोशन है दाता तुमसे इस दिल की भावनाँए -2
भक्ति की दात से प्रभु करते निहाल हो आते
नजर...........
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