भजन
-13
मेरे साहिब मेरे साहिब तू मेरा मैं तेरी
1. त्रिलोकी दा मालिक प्रीतम, कहंदे नंगली वाला
नजर मिला सकदा न कोई, ऐसा तेज निराला
ऐसा
तेज निराला मेरे साहिब...........
2. वाणी इसदी मीठी लागे, ऐहो बख्शन हारां
दीन दुखी जो भी आया, शरणागत ऐनूँ प्यारा
शरणागत ऐनूँ प्यारा मेरे साहिब...........
3. अमृत वेले अमृत वसदा, भर भर पिलो प्याला
दर्शन ऐदा ठण्ड बरसावे, पावे कर्मां वाला
पावे
कर्मां वाला मेरे साहिब..........
4. कुदरत वी हाथ जोड़ खड़ी है, तकदी तेरे ईशारे
जन्नत वी जद दर्शन पाया, बोले जय जय कारे
बोले
जय- जय कारे मेरे साहिब...............
5. धन्य हुई नंगली तुझको पाकर, बन गया नंगली वाला
मान करे नंगली दा कण कण, वेख के प्रीतम प्यारा
वेख के प्रीतम प्यारा मेरे साहिब........
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