भजन-31
अखियाँ लग गईयां सतगुरु नाल
नी मैं हो गई मालो माल
1.
जिस दिन दा मैनू सतगुरु
लभया
हाथ मेहर दा सिर उत्ते धरया
बदली किस्मत मेरी कमाल आखियाँ..............
2.
वारी जावां वेख नज़ारे
जग तो वखरे जग तो न्यारे
नी ऐता रहंदे मेरे नाल आखियाँ..............
3.
अर्ज करा कदे दूर करी
ना
अखियाँ तो तू दूर रही ना
के वेखा हर दम तैनू नाल आखियाँ..............
4.
पीर इलाही नगली वाला
साड़ी दुनिया दा रखवाला
करदा नजरा नाल कमाल आखियाँ..............
5.
दास तेरे नु तेरियां
लोड़ा
तेरे घर विच का दियां थोड़ा
वंडदा रहमता नालो नाल
आखियाँ..............
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