भजन-17
ऐ
मेरे प्रभु जब देखा तुझे हम तुझसे मोहब्बत कर बैठे
कुछ
खोया भी कुछ पाया भी, तेरी प्रीती से झोलियाँ भर बैठे
1.
तस्वीर को जब जब भी देखा, बेहोश हुए मदहोश
हुए
देखी जब प्यारी
सूरत तेरी, तो सजदे में सर को झुका बैठे ऐ मेरे प्रभु जब........
2.
हम तो रंग गए तेरे रंग में, रंग वाले सुन
ले अर्ज मेरी
कुछ खोया भी कुछ
पाया भी तेरी प्रीती से झोलियाँ भर बैठे
इस दिल के सिवा
और कुछ भी न था ये दिल भी तुम्हारा कर बैठे
3.
पलकों में छुपा लूँ चाह तुम्हे, तन मन सब
मैं कुर्बान करूँ
पकड़ा जबसे तेरे
दामन को, जिन्दगी का सहारा तज बैठे
देखी जब प्यारी
सूरत तेरी, तो सजदे में सर को झुका बैठे
इस दिल के सिवा
और कुछ भी न था ये दिल भी तुम्हारा कर बैठे
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