Sunday, December 27, 2020

9. आनंदपुर विच रहन्दा है

 

भजन -9

 

1.  आनंदपुर विच रहन्दा है जादूगर मेरा ते रंग है उसदा गुलाबी

नजर उठा के जिस वल तकदा ते ओ बन जांदा शराबी

हारां वाले तेरा तकना, तेरा मेरे वल तकना, मेरा तेरे वल तकना,

तेरा वखरा है तकना, चंगा लगदा है तकना, बस तकना ही तकना

हारां वाले...........

 

2. क्यों ना मान करें हम सतगुरु, सिर पर हाथ है तेरा

दीवाने हो गये तक के तैनूँ असी फड़या पल्ला तेरा

    तेरा निक्का -2 हसँना, तेरा मीठा -2 हसँना, तेरा होले -2 हसँना

तेरा निम्मा -2 हसँना, तेरा नीवे पाके हसँना, तेरा मेरे नाल हसँना

हारां वाले...........

 

3. सोने -2 चोले पावे ते ऐदे गल फुलां दी माला

हर दिल इसनूँ वाजां मारे ते ऐनूँ कहंदे हारां वाला

तेरी मस्तानी चाल है, तेरा जलवा कमाल है, तेरा मुखड़ा बेमिसाल है

सिर गुलाबी रुमाल है, झली जावे ना चाल है, तेरी नजर दा कमाल है

हारां वाले...........

 

4. सोने मेरे दी सोनी अदावाँ के मैं वेख के ठरदीं जावां

एक वारी तक लै मैनूँ सजना, तेरे मुड़-2 तरले पावां

नहीं रूप दा जवाब है, मुस्कराना लाजवाब है, तेरा चेहरा गुलाब है,

    तेरा वखरा शबाब है, तेरी नजर शराब है, तेरी रहमत बेमिसाल है

हारां वाले...........

 

 

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