भजन
-2
तेरा नाम जुबां पे आया हुई पाक जुबां मेरी
कहूँ तेरी बढ़ाई को ताकत है कहाँ मेरी
1.
तुझसे
जो लगाया दिल खुश किस्मत कहलाया -2
दिलों जान से रग-2 में मैंने तुमकों है पाया -2
दोनों तुझपे सदके ये दिल और जान मेरी कहूँ
तेरी...........
2. तू नूर मैं ख़ाक हूँ तू पारस मैं पत्थर -2
मिट्टी से हुआ मैं सोना तेरे दर्शन को पाकर -2
तू मालिक है मेरा तू रूह रवा मेरी कहूँ
तेरी...........
3. मैं दास चरण का हूँ चरणों से जुदा न कर -2
चरणों से अलग रह न सकूँगा ऐ मेरे गुरुवर -2
मेरा
दिल तुझको चाहे तू ही जूस्तजू मेरी कहूँ तेरी...........
****