भजन-9
चाँद
से भी प्यारा रूप मेरे प्रभु का
सूरज से भी तेज जलवा मेरे प्रभु का
ना
हो गर विश्वास तो आके देख लो आके देख लो दर्शन पाके देख लो
1. कण -2 में
प्रेम बरसता ये दरबार निराला है
सारे जहां में मेरा सतगुरु देख लो भई आला है
मुखड़ा है ये लाजवाब मेरे प्रभु का
रहमत का नहीं हिसाब मेरे प्रभु का ना हो
गर..........
2. किस्मत से पाया है हमने ये सुंदर दरबार रूहानी
दुनिया में मेरा सतगुरु है सबसे खूब और लासानी
सागर से भी गहरा प्यार मेरे प्रभु का
जनत से सोना दरबार मेरे प्रभु का ना हो गर........
3. दास क्या महिमा गाये इनकी महिमा बेमिसाल है
जो भी दर्शन पा लेता है उसका भी ये ख्याल है
मुखड़ा है ये लाजवाब मेरे प्रभु का
कोई है नहीं जवाब मेरे प्रभु का ना हो गर..........
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