Saturday, December 26, 2020

7. तू ही तो सतगुरु मेरा

 

भजन -7

 

तू ही तो सतगुरु मेरा तू ही है रहनुमा

तू ही तो अन्तर मन में तू ही है हर जगह

तू ही आँखो का उजाला तू ही मेरा हारां वाला

और कुछ न जानूँ बस इतना ही जाँनू

तुझमे रब दिखता है तेरी पूजा करूँ

सजदे सिर झुकता है तेरी पूजा करूँ

 

1. श्री चरणों की पावन धूली मस्तक पे मैं लगाता रहूँ -2

दिल चाहे मेरा दर्शन तेरा मैं सदा यूँही पाता रहूँ -2

तू ही जन्मों की दौलत, तू ही दिल की है रोनक और कुछ ना..............

 

2. तुझको पाकर सतगुरु मेरे मैंने सब कुछ ही है पा लिया -2

जीवन में कुछ आस नहीं है सारी दुनियां का धन पा लिया -2

तू ही अँखियों की ठण्डक तू ही मेरी इबादत और कुछ ना..............

 

3. तेरा मेरा नाता प्रभु जी, रहे जन्मों जन्म तक सदा -2

रहूँ सदा चरणों में तेरे यही मेरे दिल की है दुआ -2

तू ही सबका है दाता, तू ही भाग्य विधाता और कुछ ना..............

 

 

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