भजन
-1
ह्रदय विराजों सतगुरु प्यारे अरजां करां मैं दाता
दर पे तुम्हारे
1.
मन
मेरा बांधो स्वामी श्री चरणन से -2
निर्धन की झोली भर दो, नाम के धन से -2
नाम ही सतगुरु मेरे काज सवारे ह्रदय
विराजों.............
2. भटके चौरासी में जीवन की नईयां -2
आ जाओं सतगुरु प्यारे, बन के खवैईयां -2
पतवार थामों लगा दो किनारे ह्रदय
विराजों.............
3. माया मंझधार मेरी सुरती न भटके -2
लहरों पे भव सिन्धु की, नईयां न अटके -2
पतवार थामों लगा दो किनारे ह्रदय
विराजों.............
4. ह्रदय मंदिर में मेरे आसन हो तेरा -2
आसन पे मेरे सतगुरु, शासन हो तेरा -2
तुझको ये दास एक पल न विसारे ह्रदय
विराजों.............
5. एक पल वी मन ये मेरा तुझको न भूले -2
स्वासों का झूला दाता, खाली न झूले -2
तुझ बिन जग से स्वामी कौन उबारे ह्रदय
विराजों.............
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