भजन-5
तुम विनती सुनो सबकी कल्याण करो सबका
सत् राह दिखा कर के रोशन करो जग सारा
1. दर्शन हो प्रभु तेरे सब की अभिलाषा है -2
मन में रहो
तुम सबके तुम से यही आशा है -2
क्या मेरा
क्या उसका ये अपना पराया क्या
तुम ज्ञान बड़ा
कर के रोशन करो जग सारा....................
2. संसार तो माया है कही धूप कही छाया है -2
एक दिन उसे
जाना है जो भी यहाँ आया है -2
क्या रंग है
जीवन का क्या रूप है मानव का
तुम राह दिखा
कर के रोशन करो जग सारा.......................
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