भजन
-16
दिल चाहता है बन तेरे चरणों की धूल तेरे चरणों से लिपटा रहूँ दाता
ऐसा अवसर मिले तो आठों पहर तेरा दर्शन मैं करता रहूँ दाता दिल
1. मेरी नजरों में तुम हो समाये हुए
हर
धड़कन मे तेरा बसेरा प्रभु
नाम
जपता तुम्हारा ही दिन रात मैं
बड़ा उपकार मुझ
पर ये तेरा प्रभु
ऐसा
करदों के जब तक ये साँसे चले, नाम तेरा मैं गाता रहूँ दाता....
2. हर कदम पर है तुमने संभाला मुझे
हर
पल ही प्रभु जी दिया साथ है
ना ही आँधी न ही तूफान का मुझको है डर,
मेरे सिर पर ऐ सतगुरु तेरा हाथ है
है
तमन्ना यही मैं तेरे आसरे, हर मुश्किल से लड़ता रहूँ दाता..........
3. मैं जो कुछ भी हूँ तेरी रहमत से हूँ
मेरी
हस्ती है क्या तेरी पूजा के बिन
तुम
रूठो कभी या तुम्हे भूलूँ मैं
प्रभु जीते जी
आये न ऐसा वो दिन
इस
जीवन की आखरी हिचकी तलक, तेरी महिमा मैं गाता रहूँ दाता....
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