भजन
-17
जग दाता मेरे सतगुरु मेरी बिगड़ी बनाने आजा
मेरा और सहारा कोई ना मेरी लाज बचाने आजा
1. मैं निर्बल निर्धन दीन बड़ा मैं गिर गया गम के घेरों
में -2
श्री परमहंस
अवतार सुनो कही डूब ना जाऊँ अंधरों में -2
कमज़ोर हूँ मैं
दाता मेरी चिंता मिटाने आजा जग दाता..........
2. तेरे भरे हुए भंडार प्रभु मोहताज मे दाने दाने का
-2
तेरे होते हुए दिल काँप रहा तेरे
द्वार पे इस दीवाने का -2
मेरी
नाँव भंवर मे फँसी इसे पार लगाने आजा जग दाता..........
3. मेरी रग - रग मे तेरा साज बसे, बस तेरे ही गुण गाउँ
मैं -2
हर जन्म मे तेरा दास बनूँ, बस तेरी महिमा गाउँ मैं -2
करूँ विनती सुनो दाता -2 मोहे राह दिखाने आजा जग दाता..........
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