भजन -17
चढ़ा दे रंग भक्ति का हारा वाले
सतगुरु -2 रटती रहूँ मैं
कृपा करो हारा वाले, सतगुरु प्यारे
चढ़ा दे रंग भक्ति.............
1. तोरी
–मोरी चादर, पुरानी मोरी नईयां -2
अपने
रंग में रंग, देकर भक्ति की छईयां -2
जीवन
बनादे नूरानी, सतगुरु मेरे प्यारे चढ़ा दे रंग............
2. विनती
करे हम तो आनंदपुर वाले
पड़े
ना रंग फीका जो नजर तूने डाली
गाती
रहूँ महिमा जुबानी, श्री सतगुरु प्यारे चढ़ा दे रंग............
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