भजन
-3
छोड़ कर संसार जब तू
जाएगा, कोई
ना साथी तेरा साथ निभाएँगा।
1. गर प्रभु का भजन किया ना, सत्संग किया ना दो घड़ियाँ,
यमदूत लगा कर तुझको ले जाएगा हथकड़ियाँ
कौन छुड़ाएगा, कोई ना
साथी तेरा साथ निभाएँगा...........
2. इस पेट भरण की खातिर तू पाप कमाता
निशदिन,
शमशान में लकड़ी रख कर तेरे आग लगेगी इकदिन
ख़ाक हो जाएगा, कोई
ना साथी तेरा साथ निभाएँगा...........
3. सत्संग की गंगा है यह, तू इस में लगाले गोता,
वरना संसार से इकदिन जाएगा तू भी रोता
फिर पछतायेगा, कोई ना
साथी तेरा साथ निभाएँगा...........
4. क्यूँ करता तेरा मेरा, यह दुनियां रैन बसेरा,
यहाँ कोई ना रहने पाता, है चंद दिनों का है डेरा।
हंस उड़ जाएगा, कोई
ना साथी तेरा साथ निभाएँगा............
5. आ सतगुरु शरण में प्यारे, तू प्रीत लगाले बन्दे,
कट जायेंगे यह तेरे जन्म -2 के फंदे
पार हो जाएगा, कोई ना
साथी तेरा साथ निभाएँगा...........
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