भजन
-5
इक झोली में फूल भरे है,
इक झोली में कांटे
कोई कारण होगा, अरे कोई कारण होगा
तेरे बस में कुछ भी नहीं, ये तो बाँटने वाला
बांटे रे
1.
पहले बनती है तकदीरें, फिर बनते है शरीर
ये साई की कारीगरी है, तू है क्यों गंभीर कोई कारण............
2.
नाग भी डसले तो मिल जाये किसी को जीवन दान
चींटी से भी मिट सकता है ,किसी का नाम-ओ-निशान
कोई कारण......
3.
धन का बिस्तर मिल जाये पर नींद को तरसे नैन
कांटो पर सोकर भी आये किसी के मन को चैन कोई कारण............
4.
सागर से भी बूझ ना पाए, कभी किसी की प्यास
कभी एक ही बूंद से हो जाती हैं पूरी आस कोई कारण............
5. मंदिर-मस्जिद मैं जाकर भी कभी ना आये ज्ञान
कभी मिले मिट्टी से मोंती
पत्थर से भगवान कोई कारण............
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