भजन-31
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया
1. एक तो तेरे नैन तिरछे, दूसरा काजल लगा
तीसरा नज़रें मिलाना, दिल दीवाना हो गया सांवली सूरत.....
2. एक तो तेरे होंठ पतले, दूसरा लाली लगी
तीसरा तेरा मुस्कुराना, दिल दीवाना हो गया सांवली सूरत.....
3. एक तो तेरे हाथ कोमल, दूसरा मेहँदी लगी
तीसरा मुरली बजाना, दिल दीवाना
हो गया सांवली सूरत.....
4. एक तो तेरे पाँव
नाज़ुक, दूसरा पायल बंधी
तीसरा घुंगरू बजाना, दिल दीवाना हो गया सांवली सूरत.....
5. एक तो तेरे भोग छप्पन, दूसरा माखन धरा
तीसरा खिचड़ी का खाना, दिल दीवाना हो गया सांवली सूरत.....
6. एक तो तेरे साथ राधा दूसरा रुक्मण
खड़ी
तीसरा मीरा का आना, दिल दीवाना
हो गया सांवली सूरत.....
7. एक तो तुम देवता हो, दूसरा प्रियतम मेरे
तीसरा सपनों में आना, दिल दीवाना हो गया सांवली सूरत.....
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ।
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
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