भजन -7
नैना विच वस जाए सूरत तेरी देखा मैं हर दम
मूरत तेरी
तेरा ही ध्यान लगावाँ मैं रज -2 दर्शन पावाँ
तैथो सदके जावां तैथो वारी जावां
1. दिल विच प्रीतमा तैनूँ वसाया है
दर्शन तेरा मेरे दिल दा सरमाया है
मैनूँ है हर दम चाहत तेरी
तेरी
दीद प्रभु जी राहत मेरी तेरा ही............
2. नूर नुरानी मेरा सतगुरु प्यारा है
जिसने खोलया भक्ति भण्डारा है
तेरा नाम है दाता दौलत मेरी
तेरी
भक्ति प्रभु जी नेमत मेरी तेरा ही ...............
3. नैनां दियां प्यास बुझांदे नैना नाल पिलांदे ने
अपने प्रेमियाँ ते रहमत वरसांदे ने
महखाना इसदा आबाद रहे
जो
पीवे हर दम इरशाद रहे तेरा ही............
4. हर पल ही दाता मेरे खुशियाँ लुटादें ने
प्रेम वाले रंग विच सब नूँ रगांदे ने
सब दे दिल रंगदे बन के ललारी
दासां
जाए हर दम इनपर वारी तेरा ही............
5. पांच नियमा
दा सतगुरु जहाज बनाया है
श्रद्धा नाल निभांदे उन्हाँ नूँ पार लगाया है
तेरे वचना नूँ जिंदगी विच निभावां मैं
अपना जीवन सफल बनावाँ मैं तेरा ही............
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