भजन -12
निकल आयो परदे से ऐ हारां वाले हमें अब ये पर्दा
गवारा नहीं है
1. मैंने कब कहा मुझे दुनियां का मान दो
जो कुछ समझ में आये वो झोली में डाल दो
दाता मुझ गरीब का इतना सवाल हो
जो कुछ समझ आये वो झोली में ड़ाल दो निकल आयो
परदे.........
2. कोई तूझे मंदिर में रो रो पुकारे
कोई तेरे दामन के सदके उतारे
ओ दाता कोई तेरे बराबर नहीं है
तेरे
दर से बढ़कर कोई दर नहीं है निकल आयो परदे.........
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