भजन -73
अज सोने दी कृपा दे नाल, सोना वेला आया
नचो नचो नी, अज भंडारा आया-2
1. अज सोने नू वेखन लोकी, दूरो दूरो आए
हारावाले
दे दर्शन करके धन-धन भाग मनाए
आज दा
दिन है नची जावां नाले भंगडा पाया नचलो-नचलो...........
2. आशिक तेरे नचदे-नचदे, हो गए तेरे नेड़े
अज धमाल
पाई जांदे हारा वाले दे वेड़े
रौनक
लगी चार चपेरे, मेहरा वे बदल छाए नचो नचो...
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