भजन -52
हो मेरे कर दिए ठाठ निराले
वाह वाह मेरे सतगुरु प्यारे
1. जब से मैं तेरे दर आया जी
मेरा
हो गया मन का चाह जी
हो
मेरे खोले कर्म के ताले वाह वाह रे आनंदपुर.......
2.
तूने एसी करदी मौज मेरी
भक्ति से भरदी झोली मेरी
कृपा के भरे भंडारे ने वाह वाह रे आनंदपुर.......
3.
कभी भूलू न एह्सान तेरा
तूने रखेया दाता मान मेरा
सारे
भगतो के तुम रखवाले वाह वाह रे आनंदपुर.......
4. तेरा दास वी महिमा गावे जी
चरणों में शीश झुकावे जी
मेरा
तन मन तेरे हवाले वाह वाह रे आनंदपुर.......
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